कल्पना का नया छठ गीत ‘उगा हे सूरज देव’, वीडियो में साम्प्रदायिक सौहार्द की झलक

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Kalpana Patowary New Chhath song
कल्पना का नया छठ गीत 'उगा हे सूरज देव', वीडियो में साम्प्रदायिक सौहार्द की झलक
Kalpana Patowary New Chhath song
कल्पना का नया छठ गीत ‘उगा हे सूरज देव’, वीडियो में साम्प्रदायिक सौहार्द की झलक

प्रसिद्ध भोजपुरी गायिका ‘कल्पना पटवारी’ ने हालही एक म्यूजिक वी़डियो लांच कर छठ के प्रति मुसलिम परिवार के आस्था को दर्शाने की कोशिश की है। मुसलिम परिवारों द्वारा सालों से निभाये जा रहे इस परंपरा को गाने के रूप देकर तैयार वीडियो ‘उगा हे सूरज देव’ इन दिनों यू – ट्यूब में खूब सराही जा रही है।

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इस वीडियो में एक मुसलिम परिवार को छठ के दौरान होने वाले तमाम रीति – रिवाज को निभाते दिखाया गया है। वैसे छठ बिहार में बसे हिंदुओ का प्रसिद्ध त्योहार है लेकिन हकीकत यह है कि बिहार में हजारो मुस्लिम परिवार भी अपने बच्चो की लंबी उम्र के लिए विधिवत रूप से छठ की पूजा करते हैं।

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इस वीडियो के साथ लिखा हैं “पिछले साल तक मुझे पता नहीं था कि महात्मा गाँधी का सत्याग्रह आन्दोलन बिहार की पावन धरती चम्पारण से शुरू हुई थी…. यह बात पता लगने पर मैं सांगीतिक श्रद्धांजलि के रूप में *चम्पारण सत्याग्रह* नामक ऑडियो-विजुअल तैयार करना जरूरी समझी… महज दो महीने पहले प्रख्यात निर्देशिका और मेरी प्यारी सहेली श्रुति वर्मा से मुझे पता लगा कि बिहार में कई वर्षों से सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि मुसलमान भी छठ व्रत करते हैं… यह सुनकर मैं चकित और हैरान रह गयी…

बिहार के उन मुस्लिम महिलाओं को चरण स्पर्श करने को जी चाहा… और एक स्त्री के रूप में यह सहज एहसास हुआ कि एक बांझ की कोई जाति या धर्म नहीं होता है… ये समाज का दिया हुआ एक ऐसा असहनीय गाली है जो हर जाति-धर्म के स्त्री को आस्था के अलग-अलग दरवाजों के सामने नतमस्तक होने को मजबूर कर देती है.. और छठ मैया हर धर्म के स्त्री की व्यथा को सुन भी लेती हैं.. बहुतों की गोद भी भर देती हैं…. मेरा बिहार सर्वधर्म सम्मेलन का पावन स्थान है,देश के लिए एक अनोखा मिसाल है.. मेरा बिहार ही मेरे जीवन का आधार है…”