कुछ दिनों पहले भगवान भोले शंकर की नगरी वाराणसी के सारनाथ स्थित चौबेपुर गांव में एक पेड़ के नीचे भोजपुरी फिल्म ‘डमरू’ का एक दृश्य फिल्माया गया था। बाबा मोशन पिक्चर्स प्रा. लि. के बैनर तले बन रही इस फिल्म की शूटिंग में अभिनेता खेसारीलाल यादव, अवधेश मिश्रा, रोहित सिंह मटरू और आंनद मोहन पांडेय शामिल थे। फिल्म के निर्देशक, संगीतकार रजनीश मिश्रा हैं जबकि फिल्म के निर्माता प्रदीप शर्मा हैं।
निर्माता प्रदीप शर्मा के मुताबिक यह फिल्म मिथिला के अनन्य शिव भक्त विद्वान विद्यापति और उनके द्वारा शिव को धरती पर ले आने की कहानी से प्रेरित है। जिसे इस फिल्म में आधुनिक तरीके से फिल्माया जा रहा है। वहीं निर्देशक रजनीश मिश्रा ने बताया कि वाराणसी का दृश्य फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के साथ–साथ आम लोगों के लिए एक संदेश भी है कि वे अंध विश्वास, भूत प्रेत, जादू टोना जैसी चीजों में न पड़ें।
प्रदीप शर्मा ने बताया की इस फिल्म के जरिए बिहार के दो भाषाओं के लोगों का जुड़ाव होगा। हमारा उद्देश्य भोजपुरी सिनेमा के उन सभी लोगों, खास कर महिलाओं के बीच ले जाने का है, जो भोजपुरी फिल्मों से रूठे हैं। हमारा मकसद इस फिल्म से सिर्फ पैसा कामना नहीं है, बल्कि आम भोजपुरिया दर्शकों को सिनेमाघरों के अंदर लाना है। जो अभी तक घर पर बैठ बिना देखे ही भोजपुरी फिल्मों की आलोचना करते रहते हैं।