भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ़ निरहुआ की लाइफ बहुत ही मुश्किलों भरी रही। उन्हें अपने जीवन में काफी मुसीबतो का सामना करना पड़ा। शुरुआती दिनों में उनका जीवन गरीबी की मार देखते हुए बीता। “निरहुआ “ को जीवन में सफलता मिली उसका श्रेय वो अपने पिता कुमार यादव को देते हैं। निरहुआ ने कहा हैं कि एक समय ऐसा था जब उनके घर में बस उनके पिता ही कमाते थे वो भी महीने के 3500 रुपए। और उन्हीं पैसो में उनके परिवार के सात लोगो का गुजारा होता था।
आर्थिक स्तिथि रही बदहाल
निरहुआ गाज़ीपुर के छोटे से गांव टंडवा के रहने वाले हैं। उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी ,जिसके चलते उनके पिता को निरहुआ और उनके भाई को अपने साथ लेकर कोलकाता आना पड़ा। और उन्हें इस दौरान अपनी पत्नी और तीन बेटीओं को गांव में ही छोड़ना पड़ा। कोलकाता में कुमार यादव बेलघरिया के अागरपाड़ा की झोपड़पट्टी में अपने दोनों बेटो के साथ रहना पड़ा। दिनेश के छोटे भाई ने एक इंटरव्यू में बताया की एक समय ऐसा था जब उनके घर में एक साइकिल भी नहीं थी।
पहली एल्बम ने बदला जीवन को
-2001 में उनके दो म्यूजिक एल्बम रिलीज़ हुए बुढ़वा में दम बा और मलाई खाए बुढ़वा रिलीज़ हुई इस एल्बम से दिनेश को अपनी एक पहचान मिल गयी।
-2003 में दिनेश की एल्बम आई जिसने भोजपुरी सिनेमा में तहलका मचा दिया और देखते ही देखते वो भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार बन गए। उनकी पहली एल्बम निरहुआ सटल रहें बहुत ही सुपरहिट हुई।
चचेरे भाई से हुए प्रभावित
दिनेश के पिता चाहते थे की दिनेश पड़ – लिखकर नौकरी करें पर दिनेश का सपना तो कुछ और ही बनाने का था। दिनेश ने जब अपनी बी.कॉम की डिग्री हासिल कर ली तब उनके पिता चाहते थे की वो नौकरी करें पर तब दिनेश के मन पर छाप पड़ी उनके चचेरे भाई विजय लाल यादव जो की एक बिरहा गायक हैं दिनेश ने उनको देखकर ही गायकी के क्षेत्र में कदम रखा.
-2005 में दिनेश मुंबई आए। एक फिल्म डायरेक्टर के कहने पर उन्होंने फिल्म चलत मुसाफिर में दो गाने गाये। और फिर उन्होंने एक्टिंग के क्षेत्र में भी खुद प्रस्तुत किया।
-अपनी इस फिल्म में दिनेश ने छैला बिहारी के दोस्त का किरदार अदा किया और सयोंग ऐसा बना की फिल्म चल गयी और वहीं से दिनेश को सहयोगी भूमिकाओं के ऑफर आने लगे पर तब तक दिनेश के मन में हीरो बनने की चाह घर कर गयी थी।
सत्रह साल की उम्र में पड़े फेरे
दिनेश का कहना हैं की उनकी शादी इसलिए नहीं हुई की उन्हें जीवन साथी की जरूरत थी बल्कि इसलिए हुई क्यूंकि उनके घर में खाना बनाने वाली की जरूरत थी दिनेश ने शादी अपने माता -पिता के आदेशनुसार की। क्यूंकि वो शुरू से ही एक आदर्श बेटे की तरह रहें हैं।
2003 का साल दिनेश के जीवन का बहुत महत्वपूर्ण साल रहा दिनेश पहली बार पिता बने। आपको बता दे की दिनेश के दो बेटे हैं आदित्य और अमित वो पंचगनी के न्यू एरा स्कूल में पढ़ते हैं स्कूल से लौटते वक़्त जब भी उन्हें मौका मिलता हैं वो अपने बच्चों के साथ थिएटर में फिल्म जरूर देखते हैं।
अमिताभ बच्चन को देख हुए मंत्रमुग्ध
दिनेश ने अपने इंटरव्यू में कहा की मैं राज पीपला में शूटिंग कर रहा था। मेरे पास फ़ोन आया की महुआ चैनल के लिए आपको अमिताभ बच्चन का इंटरव्यू करना हैं। में अपने निर्देशक के पैरों पर गिर गया की मुझे एक दिन छुट्टी दे दो। में एक घंटे अमित जी का इंटरव्यू किया ,लेकिन मुझे आज तक याद नहीं की मैंने पूछा क्या था और उन्होंने जबाब में क्या बोला था। मैं उनके सामने मंत्रमुग्ध हो गया था। मुझे लगा की मेरे सामने भगवान आकर बैठ गए हैं। हाल ही में दिनेश सुपरस्टार “अमिताभ बच्चन” के साथ फिल्म भी की हैं “गंगा देवी” |
40 से अधिक फिल्मो में किया काम
दिनेश ने अब तक 40 से अधिक भोजपुरी फिल्मों में काम किया हैं और 30 फ़िल्में तो उन्होंने अपनी ऑनस्क्रीन पार्टनर पाखी हेगड़े के साथ की हैं। पाखी और उनका रिलेशन एक अच्छे दोस्त जैसा हैं। और दोनों की फॅमिली के बीच अच्छे रिलेशन हैं दिनेश की पत्नी पाखी बहुत अच्छी दोस्त भी हैं। दिनेश और पाखी को लेकर जो अफवाहें उड़ती हैं ये सभी लोग अब उनपर ध्यान नहीं देते।
एक साल में 5 सुपरहिट फिल्में
निरहुआ रिक्सेवाला
पटना से पाकिस्तान
जिगरवाला
राजाबाबू
गुलामी