आप सभी जानते हैं की आम्रपाली दुबे के गाँव का नाम गोरखपुर हैं। इनका जन्म 11 जनवरी 1987 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था, जिसके बाद मुंबई के एक कॉलेज से आम्रपाली ने अपनी शिक्षा पूरी की और फिर उन्हीं दिनो में ऑडिशन शुरू किये और फिर थोडे संघर्ष के बाद उन्होंने अपनी सही राह पकड़ ली और उसपर आगे की ओर बढ़ना शुरू किया।
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बचपन से मुंबई में पली बडी आम्रपाली ने अपनी बातचीत के दौरान अपने गाँव गोरखपुर के कई किस्से बताये, जिनमे एक किस्सा ऐसा भी था की जिसमे उन्हें एक बन्दर से थप्पड़ भी खाना पड़ा। अपनी इस घटना को बताते हुए आम्रपाली ने कहा की जब वो गोरखपुर में थी तब वह एक ढाबे में खाना खा रही थी। और ढाबे के पीछे ही एक बन्दर भी वहां बंधा हुआ था।
खाना खाने के बाद आम्रपाली को सलाद पसंद ना होने के कारण उन्होंने उस ककड़ी या खीरे को बन्दर को खिलाया लेकिन जब आम्रपाली ने बन्दर को बार बार खीरा खिलाया तब बन्दर का पेट भर गया लेकिन आम्रपाली उसे खीरा खिलाने के लिए जबर्दस्ती करने लगी तब गुस्से में आकर बन्दर ने आम्रपाली के घुटने पर जोर से थप्पड़ मार कर भगा दिया।
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इस प्रतिक्रिया से उन्हें लगा की बन्दर कहना चाहता हैं की मैं अब खीरा नहीं खाना चाहता। अपने गाँव गोरखपुर से ऐसी ही कई यादें आम्रपाली की जुड़ी हैं।
आम्रपाली ने फिल्म निरहुआ हिन्दुस्तानी से अपनी फिल्मी करियर की शुरूआत की थी और फिर वो बस इसी फिल्म से काफी फेमस हो गईं। साथ ही सबसे ज्यादा सुर्खियां उन्होंने फिल्म आशिक आवारा, बम बम बोल रहा है काशी, और राम लखन से हासिल की।